भारत के खनिज क्षेत्र | Mineral Resources in India in Hindi

खनिज संसाधन


# खनिज (Minerals)- वे प्राकृतिक रासायनिक तत्त्व या यौगिक हैं, जो मुख्यतः अजैविक क्रियाओं से बनते हैं। ये अपने भौतिक तथा रासायनिक गुणों से जाने जाते हैं।

💠 भारत के दक्षिण-पूर्व भाग में खनिज संसाधनों के सबसे बड़े भण्डार हैं। कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र तथा तमिलनाडु में सर्वाधिक खनिज संसाधनों की सम्पन्नता कर्नाटक में है। 

💠  भारत की भू-गर्भिक संरचना में पर्याप्त विषमता पाई जाती है तथा यहाँ लगभग हर प्रकार की चट्टानें पाई जाती हैं, इसलिए लगभग सभी प्रकार के खनिजों की प्राप्ति यहाँ होती है।

💠छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले की बैलाडीला की खान भारत में सबसे बड़ी मशीनीकृत खान है।

💠भारत के शैल समूहों में से गोण्डवाना शैलों को सबसे महत्त्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि इनमें भारत का 90% से अधिक कोयला भण्डार पाया जाता है।

🔶लौह अयस्क मुख्यतः चार प्रकार के होते हैं:-
1. हेमेटाइट
2. मैग्नेटाइट
3. लिमोनाइट 
4. सिडेराइट।
🔶 भारत में पाए जाने वाले लौह अयस्क के मुख्य प्रकार हेमेटाइट और मैग्नेटाइट हैं।
🔶हेमेटाइट मुख्यतः धारवाड़ और कुड़प्पा शैलों में पाया जाता है।
🔶लौह अयस्कों में से बैलाडीला में हेमेटाइट का खनन होता है।
🔶झारखण्ड का सिंहभूम जिला लौह अयस्क उत्पादन में सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण है।
🔶 कुद्रेमुख (कर्नाटक) के लौह अयस्क के निर्यात की अधिक सम्भावना गोवा से पाई जाती
🔶छोटानागपुर के पठार को भारतीय खनिजों का भण्डार कहा जाता है। छोटानागपुर औद्योगिक क्षेत्र का विकास लौह अयस्क की खोज से सम्बन्धित है।

🔷 भारत में चाँदी का सर्वाधिक उत्पादक राजस्थान में होता है, जबकि कर्नाटक का दूसरा स्थान है।
🔷राजस्थान में अवस्थित जावर की खान चाँदी उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है।
🔷कर्नाटक के कोलार एवं हट्टी की खानें भी चाँदी उत्पादन के लिए प्रसिद्ध हैं।
🔷ओडिशा, आन्ध्र प्रदेश, गुजरात तथा झारखण्ड राज्य में चाँदी उपलब्ध नहीं है।

 तांबा:-
⭐ ताँबे का सर्वाधिक उत्पादन क्रमशः मध्य प्रदेश, राजस्थान तथा झारखण्ड में होता है।
राजस्थान राज्य में ताँबे का सबसे अधिक भण्डार है।
⭐ताँबे के उत्पादन में भारत के तीन महत्त्वपूर्ण जिले झुंझुनू (राजस्थान), बालाघाट (मध्य प्रदेश) एवं सिंहभूम (झारखण्ड) है। 
⭐राजस्थान में ताँबे के लिए प्रसिद्ध खेतड़ी की खान झुंझुनू जिले में अवस्थित है।
⭐मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में अवस्थित मलाजखण्ड ताँबे के लिए प्रसिद्ध है।
⭐भारत में अधिकांश ताम्र उत्पादन पर सार्वजनिक क्षेत्र की कम्पनी हिन्दुस्तान कॉपर लिमिटेड का नियन्त्रण है।
⭐ताँबे के लिए प्रसिद्ध क्षेत्र चन्दरपुर(महाराष्ट्र), हासन (कर्नाटक) तथा खम्मान (आन्ध्र प्रदेश) में स्थित है।

 बॉक्साइट:-
💠 बॉक्साइट टर्शियरी काल की लैटेराइट शैलों में पाया जाता है।
💠भारत में बॉक्साइट का सर्वाधिक उत्पादन ओडिशा में होता है, जबकि दूसरा तथा तीसरा स्थान क्रमशः झारखण्ड व गुजरात का है।
💠भारत में जम्मू-कश्मीर, मुंबई, कोल्हापुर, जबलपुर, रांची, सोनभद्र, बालाघाट, और कटनी में बॉक्साइट के विशाल भंडार पाए जाते है।
💠बॉक्साइट का उपयोग मुख्यतः एल्युमिना तथा एल्युमीनियम बनाने में होता है।

   एल्यूमीनियम के बारे में:-
एल्यूमीनियम एक चांदी जैसी सफ़ेद धातु है। यह पृथ्वी पर सबसे व्यापक धातु है, यह ऑक्सीजन और सिलिकॉन के बाद तीसरा सबसे आम रासायनिक तत्व है
एल्यूमीनियम की खोज साल 1825 में हुई थी
* इसका रासायनिक सूत्र Al है
* यह हल्का होता है और लोहे से तीन गुना हल्का होता है
* यह जंगरोधी होता है
* यह नमनीय और प्रत्यास्थ होता है
* इसका इस्तेमाल डिब्बे, पन्नी, रसोई के बर्तन, खिड़की के फ़्रेम, बीयर केग, और हवाई जहाज़ के पुर्ज़ों में किया जाता है
* ओडिशा का नाल्को दुनिया की सबसे सस्ती एल्यूमीनियम बनाने वाली कंपनी है

अभ्रक:-
* भारत में अभ्रक का सर्वाधिक उत्पादक राज्य आन्ध्र प्रदेश है। राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखण्ड में से सबसे ज्यादा अभ्रक संसाधन राजस्थान में है।
* अभ्रक का मुख्य अयस्क पैग्मेटाइट है। यह आग्नेय और कायान्तरित शैलों में कई रंगों में पाया जाता है।
* अभ्रक का उपयोग बिजली की मोटर, डायनेमो, बेतार के तार, सजावट के समान आदि में प्रयोग किया जाता है।

हीरा और ग्रेफाइट:- 

🔶 वर्तमान में भारत में हीरे का उत्पादन केवल मध्य प्रदेश के पन्ना में होता है। छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में हीरायुक्त किम्बरलाइट का वृहत् भण्डार पाया गया है।
🔶 मध्य प्रदेश के बैतूल जिले को ग्रेफाइट उत्पादन के लिए जाना जाता है।

टिन:-

✳️टिन के अयस्क को कैसिस्टेराइट कहा जाता है।
✳️भारत में टिन उत्पादन करने वाला एकमात्र राज्य छत्तीसगढ़ है।
✳️टिन का प्रयोग मुख्यतः टिन की चादरें बनाने में व शोल्डरिंग उद्योग में होता है।
✳️टिन का उपयोग मिश्रधातुओं के निर्माण में भी होता है।


क्रोमाइट:-
🔷क्रोमाइट, क्रोमियम का अयस्क है।
🔷क्रोमाइट, लौह ऑक्साइड और क्रोमियम ऑक्साइड यौगिकों से मिलकर बना एक क्रिस्टलीय खनिज है।
🔷क्रोमाइट का रासायनिक सूत्र FeCr2O4 है।
🔷क्रोमाइट, क्रोमियम का एकमात्र आर्थिक अयस्क है।
🔷क्रोमाइट, स्टील में कठोरता, मज़बूती, और रासायनिक प्रतिरोध लाता है।
🔷क्रोमाइट का उपयोग मुख्यतः स्टेनलेस स्टील उत्पादन में किया जाता है।
🔷भारत में क्रोमाइट का सबसे बड़ा उत्पादक ओडिशा है।

यूरेनियम:-
❇️यूरेनियम की खोज साल 1789 में जर्मन रसायनज्ञ मार्टिन क्लैप्रोथ ने पिचब्लेंड नामक खनिज में की थी
❇️इसका नाम यूरेनस ग्रह के नाम पर रखा गया था

❇️ यूरेनियम का रासायनिक प्रतीक U है और इसका गलनांक 1132°C होता है।

❇️ झारखण्ड के तुरामडीह में यूरेनियम खनिज का खनन होता है।

❇️ यूरेनियम के तीन प्राकृतिक समस्थानिक हैं - 
1. यूरेनियम-234 (U-234),
2. यूरेनियम-235 (U-235)
3. यूरेनियम-238 (U-238)
*पृथ्वी पर पाए जाने वाले प्राकृतिक यूरेनियम में लगभग 99 प्रतिशत U-238 होता है।

मैंगनीज:-
 मैंगनीज अयस्क का सर्वाधिक उत्पादन मध्य प्रदेश में होता है, जबकि इसका मुख्य भण्डार ओडिशा में है।
मैंगनीज एक काला, कठोर एवं लौह जैसी धातु है, जो धारवाड़ शैलों में प्राकृतिक ऑक्साइड के तौर पर पाया जाता है।
 मैंगनीज का उपयोग इस्पात बनाने, लौह मिश्रधातु, रासायनिक उद्योगों, चमड़ा, शीशा, फोटोग्राफी आदि में किया जाता है

    संगमरमर:-
💠 संगमरमर एक कायान्तरित चट्टान हैं, जिसका निर्माण अवसादी कार्बोनेट च‌ट्टानों के कायान्तरण से होता है।
💠संगमरमर का रूपान्तरण अवसादी कार्बोनेट चूना पत्थर या डोलोस्टोन से होता है।
💠भारत में संगमरमर का सर्वाधिक उत्पादन राजस्थान में होता है।
💠 राजस्थान के नागौर जिले में स्थित मकराना सर्वोत्तम किस्म के संगमरमर के लिए प्रसिद्ध है।
💠संगमरमर के पॉलिश एवं कटाई का कारखाना मध्य प्रदेश के कटनी जिले में अवस्थित है।


भारत के प्रमुख खनिजों का विवरण निम्न है:-


खनिज
                  स्थान
कोयला
झारखण्ड (झरिया, चन्द्रपुर, बोकारो, गिरीडीह, कर्णपुरा, रामगढ़), ओडिशा (तलचेर, रामपुर, हिंगिर), पश्चिम बंगाल (रानीगंज), मध्य प्रदेश (सिंगरौली, उमरिया, तातापानी, रामकोला, सोहागपुर), आन्ध्र प्रदेश (सिंगरेनी), महाराष्ट्र (चन्द्रपुर, काम्पटी)
अभ्रक
आन्ध्र प्रदेश (नेल्लौर, विशाखापत्तनम, कृष्णा जिला), राजस्थान (जयपुर, उदयपुर, भीलवाड़ा), झारखण्ड (कोडरमा, गिरीडीह, हजारीबाग)
सोना
कर्नाटक (कोलार तथा हट्टी की खान, चैम्पियन एवं ओरोगन रीफ, ओकले रीफ), आन्ध्र प्रदेश(अनन्तपुर, वारंगल) तेलंगाना (रामगिरि), तमिलनाडु (नीलगिरि एवं सलेम)
चाँदी
राजस्थान (ज्वार क्षेत्र), कर्नाटक (कोलार एवं चित्रदुर्ग), आन्ध्र प्रदेश (कुड़प्पा, गुण्टूर, कुर्नूल क्षेत्र)
हीरा
मध्य प्रदेश (पन्ना), आन्ध्र प्रदेश (मुनीमाडुगु-बंगलपल्ले, वज्रकरूर वक्री पाइप, कृष्णा नदी का रेतीला क्षेत्र), छत्तीसगढ़ (रायपुर जिला)
ग्रेफाइट
ओडिशा, तमिलनाडु (रामनाथपुरम), झारखण्ड, राजस्थान, आन्ध्र प्रदेश
पेट्रोलियम
असम (डिग्बोई, सुरमाघाटी), गुजरात (खम्भात, अंकलेश्वर), महाराष्ट्र (बॉम्बे हाई)
जिप्सम
राजस्थान (नागौर, बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर), जम्मू-कश्मीर (उड़ी, बारामूला, डोडा जिला), तमिलनाडु (तिरुचिरापल्ली, कोयम्बटूर)
संगमरमर
राजस्थान (मकराना क्षेत्र, राजसमन्द, जैसलमेर, अजमेर), मध्य प्रदेश (जबलपुर, बैतूल), आन्ध्र प्रदेश (विशाखापत्तनम
ताँबा
राजस्थान (खेतड़ी, झुंझुनू, खोदरीबा), मध्य प्रदेश (मलाजखण्ड, बालाघाट), झारखण्ड (मोसाबनी, राखा, सोनामाखी, घाटशिला, सुरदा)
बेरीलियम
राजस्थान, झारखण्ड, आन्ध्र प्रदेश, तमिलनाडु
जिंक
राजस्थान, उत्तराखण्ड, सिक्किम, तमिलनाडु एवं जम्मू-कश्मीर
बॉक्साइट
ओडिशा (कालाहाण्डी, सुन्दरगढ़, कोरापुट), झारखण्ड (लोहरदग्गा, पलामू, राँची), महाराष्ट्र (नागपुर,भण्डारा, रत्नागिरी), मध्य प्रदेश (कटनी, बालाघाट)
निकिल
 ओडिशा, नागालैण्ड, कर्नाटक
ग्रेनाइट
तमिलनाडु, कर्नाटक, आन्ध्र प्रदेश, राजस्थान
लौह-अयस्क
ओडिशा (क्योंझर, गुरुमहिसानी, मयूरभंज), कर्नाटक (चिकमंगलूर, बेल्लारी, शिमोगा, चित्रदुर्ग), छत्तीसगढ़ (बैलाडीला, डल्ली, राजहरा), गोवा (पिरना-अदोल, पाले ओनेड़ा, कुदनेम सुरला, तोल्सिया), झारखण्ड (सिंहभूम, पलामू)
मैंगनीज
ओडिशा (क्योंझर, सुन्दरगढ़, कालाहाण्डी, कोरापुट), महाराष्ट्र (नागपुर, भण्डारा, रत्नागिरि), मध्यप्रदेश (बालाघाट, छिन्दवाड़ा), कर्नाटक (बेल्लारी, शिमोगा, चित्रदुर्ग)
माइका
राजस्थान, आन्ध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, झारखण्ड, बिहार
जिरकन
 केरल के तटीय बालू में
टिन
छत्तीसगढ़
टंग्स्टन
राजस्थान (डेगाना, नागौर), तमिलनाडु
चूना पत्थर
आन्ध्र प्रदेश (कुड़प्पा, गुण्टूर क्षेत्र), तेलंगाना (अदिलाबाद, करीमनगर) राजस्थान (चित्तौड़, अजमेर, सिरोही, उदयपुर), मध्य प्रदेश (सतना, जबलपुर, कटनी), गुजरात (जूनागढ़, जामनगर)




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